Monday, February 4, 2008

स्वास्थ्य बीमा कारोबार में भी उतरा एलआईसी




एजेंसी Sunday, February 03, 2008

नागपुर. भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ‘हेल्थ प्लस’ स्कीम के साथ 4 फरवरी सोमवार से स्वास्थ्य बीमा के कारोबार में भी उतरने जा रहा है। यह योजना ग्रामीण व शहरी इलाकों में एक साथ उपलब्ध होगी। एलआईसी के सीनियर डिवीजनल मैनेजर पार्थ सामल ने यहां शनिवार को पत्रकारों को बताया कि इस योजना में एक पॉलिसी के तहत पूरे परिवार (पति, पत्नी और बच्चों) को स्वास्थ्य लाभ की सुविधा दी जाएगी।

इस पॉलिसी के तहत अस्पताल के दैनिक नकद लाभ (एचसीबी), आईसीयू खर्च, बड़े सर्जिकल खर्च और घरेलू चिकित्सकीय खर्च (डोमिसिलियरी ट्रीटमेंट) के लाभ मिल सकेंगे। सामल ने बताया कि एक व्यक्ति अपने परिवार के लिए सालाना 15 हजार रुपए प्रीमियम अदा कर प्रति सदस्य 5 लाख रुपए तक सर्जिकल लाभ के साथ अधिकतम 2,500 रुपए प्रतिदिन तक के अस्पताल खर्च का नकद लाभ भी प्राप्त कर सकता है।

इसमें आयकर अधिनियम की धारा 80डी के तहत कर छूट का लाभ भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि पॉलिसी अवधि के दौरान ये लाभ परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए साल के पूरे ३६५ दिन प्राप्त होंगे। घरेलू चिकित्सकीय खर्च का लाभ साल में दो बार लिया जा सकता है। इस पॉलिसी में तीन वर्ष के बाद धन निकालने की सुविधा भी है।यूनिट लिंक्ड उत्पाद : सामल ने बताया कि यह एक यूनिट लिंक्ड उत्पाद है, इसलिए सरप्लस फंड का शेयर बाजार में निवेश किया जा सकता है। एलआईसी के नागपुर डिवीजन ने अगले दो माह में ऐसी दो लाख पॉलिसियां बेचने का लक्ष्य तय किया है।

हेल्थ प्लस बीमा की खास बातें:


* १८ से ५५ वर्ष तक की उम्र वाले यह पॉलिसी ले सकेंगे। परिपक्वता पर व्यक्ति की अधिकतम आयु ६५ वर्ष होगी।
* 3 माह से १७ वर्ष तक के बच्चों का भी इस पॉलिसी के तहत बीमा किया जा सकेगा, लेकिन अधिकतम आयु पूर्ण कर लेने वाले बच्चे को इस पॉलिसी के लाभ मिलना बंद हो जाएंगे।
* आश्रित माता-पिता को इस पॉलिसी के तहत बीमा कवर नहीं मिल सकेगा।
* पॉलिसी के तहत डेथ कवर नहीं मिलेगा।

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