Wednesday, January 23, 2008

पल भर का नहीं है एजेंट से आपका रिश्ता

साभार - नवभारत टाइम्स 13 नवम्बर 2007

अच्छा इंश्योरेंस एजेंट जरूरत के वक्त हर समय आपकी मदद के लिए तैयार रहता है, लेकिन सवाल है कि ऐसा एजेंट ढूंढा कैसे जाए? हमने आपके इसी मुश्किल को आसान करने की कोशिश की है:

रेखा बख्शी एक प्राइवेट फर्म में एचआर मैनेजर हैं। वह अपनी इंश्योरेंस एजेंट से जब भी मिलती हैं, उनके चेहरे पर संतोष झलकता है। उनकी एजेंट रेखा को पॉलिसी के बारे में सटीक और विस्तृत जानकारी एकदम आसान तरीके से देती हैं। एजेंट की बात उन्हें फौरन समझ आ जाती है और वह पॉलिसी खरीद भी लेती हैं।

लेकिन हममे से ज्यादातर लोगों की तरह पॉलिसी लेने के बाद रेखा एजेंट के संपर्क में नहीं रहती हैं। नतीजा होता है कि जब उन्हें एजेंट की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तो उसका अता-पता ही नहीं मिलता। रेखा बताती हैं, ‘मुझे हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का क्लेम हासिल करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। मेरी एक दोस्त ने बताया कि अगर हमारी इंश्योरेंस एजेंट होता, तो मुझे परेशान नहीं होना पड़ता। पर मेरे पास तो उसका अता-पता ही नहीं था। बाद में पता चला कि वह शादी करके मुंबई शिफ्ट हो गई।’

रेखा ने दूसरे एजेंट की तलाश शुरू की, लेकिन उनका केस लेने में किसी एजेंट ने दिलचस्पी नहीं दिखाई, क्योंकि इस पर उन्हें कम कमिशन मिलता। अंतत: रेखा की किसी दोस्त ने अपने फैमिली एजेंट को उनका मामला सौंपा और वह एजेंट रेखा के लिए काफी मददगार साबित हुआ।

पर्सनल रिकमन्डेशन

दरअसल, रेखा यह मानकर चलती थीं कि इंश्योरेंस एजेंट का कोई खास रोल नहीं है, क्योंकि एजेंट की गैरमौजूदगी में वह सीधे इंश्योरेंस कंपनी से मामला निपटा सकती हैं। जबकि सच यह है कि एजेंट कंपनी और क्लाइंट के बीच कड़ी का काम करता है और उसका रोल काफी अहम होता है। ऐसे में यह जरूरी है कि आपका एजेंट हर लिहाज से दुरुस्त हो। ऐसा एजेंट ढूंढना भी कम मुश्किल का काम नहीं है, क्योंकि आजकल ज्यादातर एजेंट कुछ साल काम करने के बाद किसी और फील्ड में करियर बनाने लगते हैं।

इसलिए जरूरी है कि इंश्योरेंस एजेंट को ढूंढने में पर्याप्त सावधानी बरती जाए। इसके लिए दोस्तों-रिश्तेदारों या परिचितों से संपर्क करना ठीक रहता है। वे अगर किसी अच्छे एजेंट की सेवाएं ले रहे हैं, तो उसके बारे में आपको बता सकते हैं। अगर वह एजेंट कम से कम पांच साल से आपके किसी परिचित या रिश्तेदार के साथ जुड़ा है, तो समझ लीजिए कि वह भरोसे का एजेंट साबित हो सकता है।

एक इंश्योरेंस अडवाइजर कहते हैं, ‘ज्यादातर लोग इंश्योरेंस एजेंट को सेल्सपर्सन मानने की भूल कर बैठते हैं। इसलिए वे एजेंट का फोन नंबर तक पास में रखने की जरूरत नहीं समझते, लेकिन सच यह है कि इंश्योरेंस से जुड़ी हर जरूरत पूरी करने में इंश्योरेंस एजेंट आपके काफी काम आता है। अगर कहीं मामला फंस जाए, तो ऐसे वक्त में अनुभवी एजेंट काफी काम आते हैं।’

फुल टाइम या पार्ट-टाइम?

आजकल कई लोग इंश्योरेंस एजेंट का काम पार्ट-टाइम जॉब के रूप में करते हैं, लेकिन आप ऐसे एजेंट को ही चुनिए, जो यह काम फुल टाइम प्रफेशन के रूप में करता हो। यह भी पता कर लीजिए कि आप जिसकी सेवा लेने जा रहे हैं, वह खुद एजेंट है या किसी दूसरे एजेंट की ओर से काम करता है। ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट वाले कई लोग अपनी पत्नी/पति के नाम पर एजेंसी ले लेते हैं और फिर अपने संपर्क के आधार पर पॉलिसी बेचने में लग जाते हैं। ऐसे लोगों के बारे में आप कुछ नहीं कह सकते कि कब वे यह कारोबार समेट लें। ऐसे में फुल टाइम, डायरेक्ट एजेंट पर भरोसा करना ही बेहतर है।

अवेलेबलिटी

आप जिसे अपना इंश्योरेंस एजेंट बनाने जा रहे हैं, उससे संपर्क करना कितना आसान रहेगा? इस सवाल का जवाब जान लेना भी जरूरी है। आप एजेंट से पूछिए कि क्या उनका कोई ऑफिस है या फिर क्लाइंट के लिए वह कहां और कैसे अवेलेबल हो सकते हैं? एक इंश्योरेंस एजेंट की राय में, ‘इस आसान से सवाल का जवाब पाकर आपको यह अंदाज हो जाएगा कि आपका होने वाला एजेंट अपनी जॉब को लेकर कितना गंभीर है।’ अगर एजेंट का कोई ऑफिस नहीं हो या उससे आसानी से कॉन्टैक्ट नहीं हो सकता हो, तो ऐसे एजेंट की सर्विस नहीं लेने में ही भलाई है।

अडवाइजर या सेल्समैन?

अब यह पता करने की बारी है कि आपका होने वाला एजेंट अपना काम कितना जानता है? एक इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी बताते हैं, ‘अगर एजेंट केवल स्पेसिफिक प्रॉडक्ट्स के बारे में बताता है, तो समझ लीजिए कि वह अपने काम में माहिर नहीं है। अच्छे प्रॉडक्ट्स बताने के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि उसे फाइनेंशल मामलों की पर्याप्त समझ हो। अगर उसने आपके लिए कोई गलत प्रॉडक्ट चुन लिया, तो आप नुकसान में रह सकते हैं।’

जानकार बताते हैं कि एजेंट को परखने के लिए उससे कुछ ऐसे सवाल भी पूछने चाहिए जिनसे पता चले कि आखिर वह इंश्योरेंस को किस रूप में लेता है। अगर वह केवल प्रॉडक्ट्स की ही बात करता है, तो आप जरूरत के वक्त उससे किसी नायाब सल्यूशन की उम्मीद नहीं कर सकते। इसका मतलब है कि उसकी दिलचस्पी केवल आपको पॉलिसी बेचने और कमिशन उगाहने तक सीमित है। ऐसे एजेंट टर्म प्लान जैसी पॉलिसी के बारे में आपको नहीं बताते हैं, क्योंकि इन पर अपेक्षाकृत कम कमिशन मिलता है।

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